मायके से नहीं लौटी पत्नी काे लेकर था परेशान



बैरसिया इलाके में रहने वाले एक युवक ने मंगलवार देर रात जहरीला पदार्थ खा लिया। बुधवार सुबह इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। उसकी पत्नी नौ साल से मायके में रह रही थी और युवक के साथ रहने को तैयार नहीं थी। पत्नी ने युवक पर कई केस दर्ज करा रखे थे। इसी बात को लेकर वह परेशान था। बुधवार दोपहर पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 

जानकारी के अनुसार मोहन सिंह (34) पुत्र मातम सिंह इमलिया गांव का रहने वाला था और खेती किसानी करता था। नौ साल से उसकी पत्नी दोनों बेटियों को लेकर शमशाबाद में स्थित अपने मायके में रह रही है। मोहन और परिजनों ने कई बार उसे मनाने का प्रयास किया। हर बार पत्नी ने ससुराल लौटने से इनकार कर दिया।

मृतक के भतीजे राजा राजपूत ने बताया कि चाची की मां ने चाचा मोहन पर हत्या के प्रयास का केस दर्ज करा रखा है। करीब एक साल पहले वह चाची को लेने मायके गए थे, वहां हुए विवाद के बाद चाचा ने चाची की मां से मारपीट की, तब उन पर हत्या के प्रयास का केस दर्ज हुआ था। चाची ने एक अन्य केस भी उन पर दर्ज करा रखा था। पेशी और पत्नी के नहीं लौटने से परेशान होकर उन्होंने कई बार जान देने की बात पूर्व में भी कही थी। केस की जांच कर रहे कन्हैयालाल ने बताया कि मामले में मर्ग कायम कर लिया है। पाेस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। परिजनों के डिटेल बयान भी अभी दर्ज नहीं किए जा सके हैं। मामले की जांच की जा रही है।

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